Saturday, March 24, 2018

पापा और बच्चो का रिस्ता ऐसा होता है

पापा   और बच्चो का रिस्ता ऐसा होता है

पापा रोटी है कपडा है मकान है
 पापा नन्हे से परिंदो का एक बड़ा आसमान है
पापा है तो घर में हर पल खुशिया है
 पापा से माँ की चूड़ी बिंदी और  सुहाग है
पापा तो बच्चो के सरे सपने है  पापा है तो ?
 सारे बाजार के खिलोने अपने है


[अर्थात पापा के होने पर बच्चो को किसी खिलोने की जरुरत नहीं वे पापा से खेलते खेलते उन्हें घोडा हाथी गाड़ी गधा सब बना लेते है और पापा बन जाता है ]

माँ के बारे में बहुत किताबे और कानून लिखे गए है मगर पिता के लिए कुछ नहीं है माँ सब कुछ बोल देती है मगर पिता कभी कुछ नहीं बोलता है हर दर्द परेशानी को दिल में दफन कर देता है पिता की जरुरत सभी को है मगर कोई ये भी तो सोचो की क्या पिता को भी किसी की जरुरत है ??

एक बार इस गंदे नालायक दुश्मन पुरुष को अपने पिता भाई बेटे की जगह रखकर सोचो फिर समझ आएगा की आखिर ये पिता है कौन ??

अर्थात सबसे पहले पापा को सुरक्षित करने की जरुरत है पापा सुरक्षित है तो सब सुरक्षित है माँ बेटा बेटी पत्नी भाई बहिन सभी के सुरक्षित भविष्य के लिए पापा की सुरक्षा नितांत जरुरी है उसमे सभी को अपना योगदान देना होगा वर्ना वर्तमान कानूनों के कारण ये समस्त समाज एक बाप बिहीन समाज बनने जा रहा है जिसका कारण केवल और केवल हम है समाज को स्वयं जागरूक होना होगा अगर आप के पापा मम्मी भी ऐसा ही करते तो क्या होता सोचो ..

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